बारिश को है बादल से वफ़ा इतनी
बरसती है तो सारा शहर रूला देती
है।
Barish Ko Hai Badal Se Wafa Itni
Barasti Hai To Saara Shehar Rula Deti Hai
by Kashif Ahmad
बारिश और बादल का तालमेल ऐसा है जैसे बाप से बेटी का। बारिश को बादल से वफ़ा बहुत होती है जब बादल पिगलता है तो बारिश भी रोने लगती है दोनों एक दूसरे से जुदा होने लगते हैं, क्या ग़ज़ब का प्यार है दोनों में। आप याई जमाते होंगे कि नदी से जब बादल पानी ले जात है तो उसको अपने दिल के अंदर समा कर रहता है। जब बादलों का बारिश से झगड़ा हो जाता है तो दोनों एक दूसरे से अलग हो जाते हैं। फिर यही सिलसिला हमेशा चलता रहता है। बादल को है बारिश से वफ़ा इतनी सी ये ही मतलब है। अब अगर बारिश की बात करें तो जब बारिश होती है तो बड़ा दिल खराब होता है। सारा शहर डूबा देती है ।
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