तुझको देखा था

तुझको देखा था ख़ुशी की तरह, 

तू मेरे पास थी जिंदगी की तरह,

तुझको चाहा था जानशीन की तरह, 

तू मुझसे दूर थी एक कमी की तरह,


तूने समझा था मुझको मतलबी की तरह, 

अब ना उल्फत है तेरी बेबसी की तरह,


और ना चाहत है तेरी दिलनशी की तरह, 

तू है मेरे लिए अजनबी की तरह,

खुद को चाहूँगा मैं खुदी की तरह, 

चाहले तू किसी को अपनी जिंदगी की तरह।

लेखक- काशिफ़ अहमद" ©






शायरी का मतलब:

तुझको देखा था एक ख़ुशी की तरह - जब हमें किसी से पहली नज़र में प्यार हो जाता है उसे देखते ही ऐसा लगता है कि या वो ही है जिसकी हमको तलाश थी और अगर हमारी जिंदगी आ जाती तो हमारी जिंदगी पूरी हो जाएगी। 

तू मेरे पास थी जिंदगी की तरह - कहता है कि मैंने तुझको अपनी जान की तरह चाहा था, जान से बढ़ कर क्या होता है, जब तू मुझसे दूर होती है तो मुझे एक कमी का एहसास होता है ऐसा लगता है कि मुझसे कोई मेरा किमटे चीज खो गया है। लेकिन मेरी चाहत को देख कर तूने मुझको मतलबी सा समझ लिया लेकिन मतलब नहीं था मैं तुझसे प्यार करता था तेरी चाहत का भूत मेरे सिर पर सवार था। 

अब आज ऐसा वक्त आ गया है कि मुझको तेरी कोई उल्फत नहीं है और न कोई तेरी चाहत है मुझको पहले क्योंकि तू मेरे लिए दिलनशी थी अब तू मेरे लिए एक अजनबी की तरह है और मैं खुद कोहूंगा जेसे खुदी को हर कोई चाहता है एक आपको। 

अब तू भी किसी को अपनी जिंदगी की तरह कह सकता है, लेकिन मैंने तुझको अपनी जिंदगी की तरह कहा था। ...



1-      खुशी से देखना:

1- "खुशी से देखना" जिंदगी की वो नज़र है जो हमें हर छोटी-बड़ी बात में आनंद खोजने की रास्ता दिखता है देती है। जब हम किसी चीज़ को खुशी से देखते हैं, तो उसमें सिर्फ़ अच्छाई और खुबसूरती दिखती है। चाहे वो  एक बच्चा खेल रहा हो, सूरज निकल रहा हो, या प्रियजनों का साथ हो, खुशी से देखना हमें उस पल में पूरी तरह से जुड़ने देता है। यह पहुँच हमें तनाव और नकारात्मक सोच से दूर रखता है, और जीवन को सरल बनाता है। खुशी से देखना हमें सिखाता है कि कैसे हर पल में सच्ची सुकून और आभार अनुभव किया जा सकता है।

2-      "ज़िंदगी से भी ज़्यादा अज़ीज़"

2- वो भावना है जो किसी के लिए हमारे दिल में अनमोल स्थान रखती है। यह व्यक्ति, वस्तु, या सपना हो सकता है, जिसे हम अपनी जान से भी बढ़कर प्यार करते हैं। जब कुछ ज़िंदगी से भी ज़्यादा अज़ीज़ होता है, तो उसके लिए त्याग करना आसान लगने लगता है। इसका महत्व हमारी खुशी, हमारे खुले विचार और जीवन में सुकून से जुड़ा होता है। यह वो भावना है जो हमें प्रेरित करती है, हमारी सीमाओं को पार करने की ताकत देती है, और हमें खुद से भी बड़ा बनाती है। ऐसे रिश्ते या लक्ष्य हमें जीने का कारण देते हैं।

3-"जानशीन" वह व्यक्ति होता है जिसे किसी पद, संपत्ति या जिम्मेदारी का उत्तराधिकारी बनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसमें किसी के अनुभव, ज्ञान और विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी शामिल होती है। जानशीन का चयन अक्सर योग्यता, विश्वास और भविष्य की दृष्टि के आधार पर किया जाता है। चाहे वह राजसिंहासन का वारिस हो, पारिवारिक व्यवसाय का उत्तराधिकारी हो, या किसी गुरु का शिष्य, जानशीन बनने का अर्थ है अपने पूर्वजों की धरोहर को संभालना और उसे नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना। जानशीन का दायित्व न केवल संपत्ति का रखरखाव है, बल्कि अपने मूल्यों और परंपराओं को सहेजना भी है। 

4-  "कमी" एक ऐसी स्थिति या भावना है जो किसी वस्तु, गुण, या परिस्थिति के अभाव को दर्शाती है। यह जीवन के विभिन्न पहलुओं में महसूस की जा सकती है - चाहे वह किसी भौतिक वस्तु की कमी हो, किसी रिश्ते में प्यार की कमी हो, या जीवन में आत्मसंतुष्टि की कमी। कमी हमें एहसास कराती है कि हमारे पास कुछ ऐसा नहीं है, जिसकी हमें जरूरत है या जिसे हम चाहते हैं। यह एक प्रकार का खालीपन है जो अक्सर दिल और दिमाग दोनों को प्रभावित करता है।

 

कमी महसूस होने से कभी-कभी दुख, तनाव, और निराशा भी हो सकती है। यह भावनाएँ और मानसिक संघर्ष का कारण बनती है, जो जीवन की खुशियों को कम कर सकती है। लेकिन, कमी का अनुभव करना हमें खुद को बेहतर बनाने की प्रेरणा भी दे सकता है। जब हम अपनी कमियों को पहचानते हैं, तो हमारे भीतर उसे पूरा करने या उसमें सुधार लाने का गहरा संकल्प भी पैदा हो सकता है।

 

कमी हमें यह भी सिखाती है कि जीवन में हर चीज़ पूरी नहीं होती और हमें आनंद के साथ जीना सीखना चाहिए। यह हमें आभार व्यक्त करना भी सिखाती है - जो हमारे पास है, उसके लिए और जो हमें नहीं मिला, उसके महत्व को समझने के लिए। कमी जीवन की एक अनिवार्य सच्चाई है, जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।



 5- "मतलबी की तरह" व्यवहार करने का मतलब है केवल अपने फायदे के लिए काम करना, बिना दूसरों की भावनाओं या जरूरतों की परवाह किए। ऐसे लोग अक्सर अपने स्वार्थ के चलते दूसरों के साथ छल या धोखा कर सकते हैं। मतलबी व्यक्ति का उद्देश्य केवल अपने लाभ को बढ़ावा देना होता है, चाहे इसके लिए दूसरों को नुकसान ही क्यों न उठाना पड़े। वह दूसरों की भावनाओं या समस्याओं को अनदेखा करता है और संबंधों को केवल तब तक महत्व देता है जब तक उससे उसे कोई फायदा हो।

"मतलबी की तरह" व्यवहार करना रिश्तों को खोखला बना देता है और लोगों का विश्वास खत्म कर सकता है। एक मतलबी व्यक्ति से कोई सच्ची मित्रता या ईमानदारी की उम्मीद नहीं कर सकता, क्योंकि उसके लिए हर चीज़ का नापने का फ़ायदा होता है। हालांकि ऐसे व्यवहार से व्यक्ति तात्कालिक लाभ प्राप्त कर सकता है, लेकिन यह उसे अकेला और असंतुष्ट बना सकता है। इसलिए, इस तरह का स्वार्थी अपनाने से बचना चाहिए।

 

6-"बेबसि"

वह अवस्था है जिसमें व्यक्ति खुद को परिस्थितियों के सामने असहाय महसूस करता है। यह भावना तब उत्पन्न होती है जब चाह कर भी कुछ बदलने की क्षमता नहीं रहती, चाहे वह आर्थिक संकट हो, रिश्तों में दरार हो, या सामाजिक अन्याय। बेबसी में व्यक्ति के पास will power होतीहै, परंतु साधन या अवसर नहीं। इस स्थिति में मानसिक और भावनात्मक पीड़ा बढ़ती है और आत्मविश्वास घटता है। बेबसी का अहसास कभी-कभी समाज के प्रति का कारण बनता है। लेकिन, इस भावना को समझना और सहारा पाना इसे कम कर सकता है।

 "दिलनशी की तरह" होना एक ऐसा गुण है जिसमें व्यक्ति अपने व्यवहार, स्वभाव से लोगों के दिलों को जीत लेता है। दिलनशी व्यक्ति का स्वभाव इतना attractive होता है कि वह लोगों के बीच सहजता से घुल-मिल जाता है और उनका मन मोह लेता है। उसकी मुस्कान, बातें, और सहायता का स्वभाव किसी को भी प्रभावित कर सकता है। ऐसे व्यक्ति के साथ समय बिताना सुकून भरा होता है क्योंकि वह न केवल लोगों को सुनता है बल्कि उनकी भावनाओं को समझने और उनका सम्मान करने में भी विश्वास रखता है।

 

दिलनशी की तरह व्यवहार करने वाला व्यक्ति दूसरों के दिल में जगह बना लेता है। वह अपने शब्दों और कर्मों से एक ऐसी positive ऊर्जा बिखेरता है जिससे दूसरों को प्रेरणा और खुशी मिलती है। दिलनशी का मतलब सिर्फ सुंदरता से नहीं है, बल्कि उस आतंरिक गुण से है जो लोगों को अपनेपन और प्यार का अहसास कराता है। ऐसे लोग दूसरों के जीवन में खुशियाँ और शांति लाते हैं।

7- "किसी को अपनी जिंदगी की तरह चाहना" एक बहुत गहरी और भावनात्मक भावना है, जो केवल प्यार से कहीं ज्यादा होती है। यह उस स्तर की चाहत होती है जहाँ सामने वाले व्यक्ति की खुशी, उसकी जरूरतें और उसका अस्तित्व आपकी अपनी जिंदगी का हिस्सा बन जाते हैं। इस प्रकार का प्यार केवल शारीरिक आकर्षण या क्षणिक मोह तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह दो आत्माओं के बीच का गहरा संबंध होता है।

8- किसी को अपनी जिंदगी की तरह चाहत

जब हम किसी को अपनी जिंदगी की तरह चाहते हैं, तो उसकी हर छोटी-बड़ी खुशी और दुःख हमारे अपने बन जाते हैं। हम उसके बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। उसकी मुस्कान हमें नई ऊर्जा देती है और उसकी तकलीफ हमें बेचैन कर देती है। यह वह भावना है, जहाँ किसी को खुश देखने के लिए हम अपने सभी प्रयासों को झोंकने के लिए तैयार रहते हैं। यह भावना निस्वार्थ होती है, जिसमें खुद के लाभ से ज्यादा उस व्यक्ति की खुशी की परवाह होती है।

 

किसी को अपनी जिंदगी की तरह चाहने का मतलब है उसे हर situation में स्वीकार करना, उसके हर गुण और अवगुण के साथ। हम जानते हैं कि कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं होता, लेकिन उसके साथ होने का सुख इतना होता है कि उसकी कमियाँ भी हमारी अपनी सी लगती हैं। इस चाहत में विश्वास और सम्मान का बड़ा स्थान होता है, क्योंकि बिना विश्वास के कोई रिश्ता इतना गहरा नहीं हो सकता।

यह चाहत हमें प्रेरित करती है कि हम अपने आप में भी सुधार लाएँ ताकि हम उस व्यक्ति के लिए सबसे बेहतर साथी बन सकें। किसी को अपनी जिंदगी की तरह चाहने का मतलब है उसकी प्राथमिकताएँ हमारी प्राथमिकताएँ बन जाती हैं, और उसके सपने हमारे सपने। इसमें कोई शर्त नहीं होती, कोई उम्मीद नहीं होती कि बदले में हमें भी उतनी ही चाहत मिलेगी। यह एकतरफा नहीं बल्कि अपनेपन और समर्पण से भरी होती है।

इस चाहत का अर्थ यह भी है कि हम उसके साथ हमेशा खड़े रहते हैं, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों। यह वह शक्ति है जो कठिन समय में भी रिश्ते को मजबूत बनाती है। किसी को अपनी जिंदगी की तरह चाहना हमें अपनी स्वार्थी प्रवृत्तियों से ऊपर उठने और खुद से बड़ा बनने की शिक्षा देती है। यह न केवल उस व्यक्ति के जीवन को बल्कि हमारे जीवन को भी समृद्ध करती है। इस तरह की चाहत एक सुंदर यात्रा होती है जिसमें दो दिल एक साथ चलते हैं, बिना किसी मंजिल की चिंता के, बस एक-दूसरे के साथ का आनंद लेने के लिए।

 


दर्द का मतलब  और उसकी  परिभाषा-

दर्द का विभान प्रकट होता है कि हम कुछ भी जब सोच लेते हैं तो हमको या ख़ुशी या दर्द का एहसास होता है और हम दर्द को हर पल माई इस्तेमा करते हैं और हमको जब कोई दिल करता है तो हम एक दर का एहसास करते हैं। दर्द का एहसास एक ऐसा दर्द है कि हम जब किसी दर्द से गुज़रते हैं। तो हमको किसी की याद आती है और हमको एक दर्द का एहसास होता है। और जब हमको दर्द का एहसास होता है तो हम किसी चीज़ को नहीं याद रख पाते हमको गुस्सा आता है या बहुत अफ़सोस होता है।

1- मतलब लोगों के कमीनेपन का दर्द: मतलब या हमसे जलने वाले लोग हमारे घर में हमारे हर तरफ घूमते रहते हैं या लोग इंसान की शकल में शैतान होते हैं। ऐसे लोग हमको जीते जीमरने की कोशिश करते हैं। ये लोग हमको कभी भी प्यार नहीं करते इनको पता होता है कि हम इनसे किसी ना किसी चीज में काफी ऊपर हैं इन लोगों को डर रहता है कि हम अगर इनसे उम्र निकाल लेंगे तो इनकी इज्जत कम हो जाएगी।

2- चोट का दर्द : हम अगर बचपन में या जवानी में कहीं पर चोट लग जाएर जैसे हमारे सिर पर या हमारे किसी और जगह तो हमको याई दर्द जीते जी मरने का एहसास फैलता है।

3- याद का दर्द: ये एक ऐसा दर्द है कि जब हमको कोई याद आती है तो उसका एक अलग ही दर्द होता है।

4- सोच का दर्द: हम जब ये सोचते हैं कि हमने जिंदगी में क्या पाया, क्या खोया तो हमको इसका एक अलग ही दर्द होता है।


दर्द के साथ रहने की कला-

"दर्द के साथ रहने की कला" जीवन की सबसे कठिन लेकिन महत्वपूर्ण क्षमताओं में से एक है। यह हमें सिखाती है कि कैसे तकलीफों को सहन करते हुए भी आगे बढ़ा जाए। इस कला में दर्द को नकारने की बजाय उसे स्वीकार करना और उससे सीखना शामिल है। चाहे वह शारीरिक हो या भावनात्मक, दर्द को समझकर उसे अपनी ताकत में बदलना जरूरी है। ध्यान, आत्मनिरीक्षण, और आत्म-स्वीकृति इसके महत्वपूर्ण पहलू हैं। दर्द के साथ जीना हमें सहनशील बनाता है और जीवन में संतुलन बनाए रखने की क्षमता देता है, जिससे हम और मजबूत बनते हैं।

  

 Conclusion:

"दर्द को जीवन के एक जरूरी हिस्से के रूप में स्वीकार करना" समझदारी और आत्मविकास की ओर पहला कदम है। जीवन में सुख और दुख दोनों ही अनिवार्य हैं, और दर्द हमें हमारी कमजोरियों से परिचित कराता है। इसे स्वीकार करना हमें मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाता है। दर्द न केवल हमें चुनौतियों का सामना करना सिखाता है, बल्कि यह हमारे अंदर सहनशीलता और धैर्य का विकास भी करता है। इसे नजरअंदाज करने की बजाय, जब हम दर्द को जीवन का आवश्यक हिस्सा मानते हैं, तो हम उससे उभरने की शक्ति प्राप्त करते हैं, और यह हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।

उम्मीद करता हूं कि  आपको  इस्स blog से  "दर्द" के पहलुओं को समझने और उसे विस्तार से लिखने में मदद मिलि होगी ।


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